Digital Payment Fraud : भारत में यूपीआई का बोलबाला है और इसकी प्रशंसा दुनियाभर में हो रही है लेकिन आज यूपीआई के माध्यम से ब्रिस्टल थोड़ा बहुत ही ज्यादा हो रहा है और लोगों के बैंक खातों से पैसे कब जा रहे हैं किसी को पता नहीं चल रहा वैसे मैं दिन पर दिन आ रही कंप्लेंट को देखते हुए आरबीआई ने सक्त एक्शन लिया है और ऑनलाइन यूपीआई पेमेंट में कुछ बड़े बदलाव भी होने वाले हैं यदि आप यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं तो इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।

Digital Payment Fraud
पहले हम यदि कोई सामान खरीदते थे तो दुकानदार को अपने बटुए से गैस में पेमेंट करते थे लेकिन बदलते जमाने ने पैसों के लेनदेन का सिस्टम ही बदल दिया अब जब ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, सब्जी लेते हैं या किसी को पैसे भेजते हैं तो यूपीआई के माध्यम से चंद सेकंड में पैसा पहुंच जाता है लेकिन आए दिन आ रही यूपीआई फ्रॉड की कंप्लेंट आरबीआई को परेशान कर रही है ऐसे में आरबीआई ने इस फ्रॉड को कम करने के लिए एक बड़ा कदम उठा लिया है।
आपको बता दें आरबीआई ने पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर्स के लिए साइबर विजिलेंस और डिजिटल पेमेंट सेफ्टी कंट्रोल पर एक नया निर्देश दिया आरबीआई के इस निर्देश में सभी नान बैंक पेमेंट सिस्टम आपरेटर पर लागू होगा इसके लिए आरबीआई ने 30 जून तक सभी नाम बैंक पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर्स को समय दिया है।
RBI BIG NEWS
आरबीआई ने डिजिटल पेमेंट के माध्यम से हो रहे अपराध को रोकने के लिए सभी नान बैंक पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर से फीडबैक मांगा है और PSOS को यह सुनिश्चित करना होगा कि पेमेंट के लिए वह जिन थर्ड पार्टी एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर कर रहे हैं। उनको इन आरबीआई के नियमों का पालन अवश्य करें और साथ ही में एप्लीकेशन की सिक्योरिटी की गुणवत्ता किसी क्वालिफाइड एजेंसी द्वारा सख्त सिक्योरिटी चेकिंग की जाए और बोर्ड द्वारा एक अलग से मैनेजमेंट तैयार करना होगा।
जिसमें साइबर फ्रॉड की रिपोर्ट तुरंत की जा सके और उसे आगे बढ़ाया जाए सके साथ ही में यदि यूजेस के डाटा में कोई बदलाव आता है। तो उसे तुरंत डीएक्टिवेट किया जाए और साथ ही मी कुछ समय के लिए पेमेंट का एक्सेस बंद कर दिया जाए जिससे डिजिटल फ्रॉड कम से कम हो सके और लोगों के पैसे सुरक्षित रह सकें।